Control Your Mind Tips In Hindi
क्या आप अपने दिमाग को कंट्रोल कर पाते हो अपने मन को नियंत्रित कर पाते हो, इस दुनिया में 90% से ज्यादा लोग ऐसे है जिनका अपने mind पर कोई control नहीं होता है, बहुत बार ऐसा होता है कि हम कर तो कुछ रहे होते है और पता नहीं हमारे mind में और ही कुछ आ रहा होता है।
चाहे आपको पढ़ाई करना हो या फिर बिजनेस करना हो जब आप अपने मन को अपने दिमाग को कंट्रोल कर पाओगे तभी आप उस काम को अच्छे से कर पाओगे, या कह लीजिये कोई भी काम अगर आपको करना है तो आपका mind आपके control में होना चाहिए।
बहुत से लोग अपने मन और दिमाग को समझ ही नहीं पाते और फिर वह उसे नियंत्रित नहीं कर पाते लेकिन आपको वैसा नहीं बनना है, आपको असल में समझना होगा कि ये mind असल में कैसे काम करता है।
दिमाग को नियंत्रित कैसे करें ?
जल का स्वभाव है बहना और अगर जल बहता रहे तो इसमें गुण विद्धमान रहते है और जल उपयोग करने योग्य रहता है। लेकिन अगर जल को एक स्थान पर रोक दे तो इसकी life सीमित हो जाती है अर्थात कुछ समय पश्चात दूषित होने लगता है। समझदारी की बात है कि आप जल की दिशा को ही बदल दें।
इसी तरह मन तो चंचल है अगर आप इसे सही दिशा नही देंगे तो यह इधर उधर भटकेगा। इसलिए मन को सकारात्मक विचारों की दिशा दें। धीरे धीरे मन की दिशा सकारात्मक होने लगेगी।
अष्टांग योग को जीवन मे अपनाएं। प्राणायाम एकाग्र होकर करने से मन का भटकाव नियंत्रित होने लगता है। लेकिन प्राणायाम आंखे बंद करके श्वासों पर ध्यान लगाकर करें।
मन को नियंत्रित करने के लिए “अभ्यास और वैराग्य”, “क्रिया योग साधन”, “कर्म योग”, “संतोष”, “स्वाध्याय” आदि अनेक योग साधन भी उपलब्ध है।
अपनी सोच को सकारात्मक रखे :-
एक Positive thinking आदमी को क्या से क्या बना सकती है। अगर आपके पास Positive thinking है तो आप जो बनना चाहते हो आप उसे पूरा करने के लिए बहुत मेहनत करेंगे ओर कामयाब होंगे। कभी हारने का नही सोचेंगे हर समस्या को हसते-खेलते पार करेंगे, और बेशक आप खुशहाल रहेंगे। बस दिल और दिमाग़ मे हमेशा सकारत्मक सोच रखे।
नकारात्मक सोच :-
हम हमेशा कुछ करने से पहले ये सोचते रहते है कि ये काम हमसे होगा या नही, और अंतत अगर ये सोच ले कि नही होगा, तो इससे आत्मविश्वास में कमी आने लगती है। और हमारा दिमाग़ नकारात्मक सोचने लगता है और हमे नकारात्मक सोचने की आदत हो जाती है, इससे आप कभी भी शांत नही रह पाएँगे, इसलिए नकारात्मक सोचना बंद करे।
सबसे पहले खुद की value समझे और खुद से प्यार करे :-
अपने mind को peaceful रखने के लिए खुद से प्यार करना सीखिए,क्योकि जब तक आप खुद को नही चाहेंगे तब तक ना तो आपको दूसरे अच्छे लगेंगे ना ही दूसरे को आप। हम हमेशा अपने बारे मे सोचते रहते है कि हम अच्छे है या नही तो इसका आसान सा जवाब हैं। अगर आप अच्छे काम कर रहे है तो बेशक आप अच्छे हैं।
इसलिए मन मे शांति लाने के लिए सबसे पहले आपको अपने आप से खुश और प्यार करना होगा, जब तक आपने द्वारा किए गये काम से खुश नही हैं तब तक आप अपने दिमाग़ को शांति नही दे सकते हैं। जो भी आप काम कर रहे हैं उसे शांत दिमाग से करो।
Daily exercise करो :-
सबसे पहले हमको अपनी body को fit रखना है, मतलब की अपने शरीर के ऊपर दिन में कम से कम 1 घंटा अच्छे से काम करना है तब जाकर ये body फिट रहेगी।
हमको अपनी body को fit इसलिए रखना है क्योकि हमारा mind और हमारी body दोनों अलग-अलग नहीं है ये दोनों आपस में interconnect है।
जब भी हमें शारीरिक रूप से कोई समस्या होती है तो हमारा mood अपने-आप ही खराब होने लग जाता है और वही दूसरी तरफ जब हम पूरी तरह से स्वस्थ होते है तो उस समय हमारा mood खुद-ब-खुद अच्छा होने लग जाता है जिसके बाद हमारा mind हमारे हाथ में होता है।
एक इंसान जीवन में चाहे कितना भी सफल क्यों न जाये लेकिन अगर उसकी body ही उसका साथ न दे तो वो सफलता उसके लिए किसी भी काम की नहीं है।
ये हमारे जीवन एक ऐसा पहलु है जो की हमारे और हमारे mind के लिए सबसे जरुरी है और इसकी तरफ असल में किसी का भी ध्यान नहीं होता है।
हमारे brain की जो setting है वो कुछ ऐसी है जिसमे की हमको कोई भी काम न करना पड़े सबकुछ बस अपने-आप ही हो जाये तो इस setting को जब हम बदलेंगे तभी हम अपने दिमाग को अच्छा रख सकते है और तभी हमारे साथ कुछ अलग हो सकता है।
कुछ छोटी-छोटी बातें जो हमको अपने daily routine में करनी चाहिए।
- प्रॉपर रेस्ट
- सोशल मीडिया से दूर
- प्रॉपर नींद
- ब्रेक ब्रेक काम मै थोड़ी देर आराम
- माइंड की exercise
- अच्छी संगत
- Good diet
अच्छी नींद ले :-
कम सोना शरीर के लिए काफ़ी नुकसान दायक है, इससे हमारे दिमाग़ पे बहुत ज़्यादा असर पड़ता है जिससे हम पूरे दिन थकान महसूस करते हैं और हमारा mind किसी भी कार्य पर अच्छे और जल्दी से नही लगता है।
पूरा दिन मन चिड़चिड़ा रहता हैं व आँखो मे भी समस्या बनी रहती है। तो नींद पूरी ले लगभग 7 से 8 घंटे सोना शरीर के लिए काफ़ी लाभदायक है। जब हम पूरी नींद लेकर उठते है तो हम ऊर्जावान महसूस करते है।
बुरी संगति से दूर रहे :-
कई बार आपको कई बातें नाराज़ करती है आप उस बात से दुखी हो जाते है। कई ऐसे दोस्त भी रहते हैं जो आपको जानबूझ कर टेंसन देते है। ऐसे लोगो से बचे इनसे दूर रहे अपने कामो मे मशगूल रहे। आप बड़ी कूल महसूस करेंगे।
लेकिन कई ऐसी बातें भी होती है जिनसे दूर भागना भी हानिकारक है आप चाह के भी उससे दूर नही जा सकते हैं। जो आपको बहुत सताती है। ऐसे वक्त मे कही शांति से बैठ जाए और आराम से सोचे की कौनसा डिसीजन सही रहेगा, और वही करे।
मन को नियंत्रण करने के कुछ उपाय जो आप थोड़ा सा समय दे तो मेरे ख्याल से इसका नियंत्रण किया जा सकता है।
पहले तो ये आपको ये स्वयं को रोज बताना पड़ेगा आप का अस्तित्व ईश्वर के साथ है ।आप छोटी मोटी एक वस्तु जिसका विनाश जब चाहे हो जाए।
मन आपके भीतर चल रहे विचारो का पूल है जो इस पार से उस पर तक आपके जीवन को चलाने का काम करता है।इसलिए आपने सही विचारो की कड़ी जोड़ी तो मन आपके अनुसार कार्य करेगा।अगर आपने गलत विचारो को स्थान दिया तो मन को अच्छे विचारो की कड़ी से अलग पाएंगे और नियंत्रण आपके लिए मुश्किल हो जाएगा।
आप का मन आपका है आप मन के नहीं है ऐसा सोचे ।जैसे आप अपना शर्ट पहने है तो वो शर्ट आपका है आप शर्ट के नहीं है।हमेशा सोचिए आपका विकास होगा तो ही मन का विकास होगा ।मन शिक्षित तभी होगा जब आप शिक्षित होंगे।
मन की शांति मानसिक और भावनात्मक शांति की स्थिति है, जिसमें कोई चिंता, भय या तनाव नहीं है। इस अवस्था में, मन शांत होता है, और आप खुशी और स्वतंत्रता की भावना का अनुभव करते हैं। तो, एक ‘शांतिपूर्ण दिमाग’ शब्द का उपयोग एक मानसिक स्थिति का वर्णन करने के लिए किया जाता है जिसमें मानसिक और भावनात्मक शांति होती है।
यह एक ऐसी अवस्था है जहां आपका मन चिंताओं से नहीं उकसाया जाता है। मानसिक गतिविधि को चरणबद्ध किया जाता है ताकि शांति का अनुभव किया जा सके। अतीत या भविष्य से परेशान होने के बजाय आपका ध्यान इस वर्तमान समय पर टिका हुआ है, अब आप जीवित हैं।