Motivational Success Tips in Hindi
एक इंसान अपने स्वंय की दुनिया को जानकर व समझकर ही जीवन में आगे की तरफ अग्रसर हो सकता है क्योकि इस दुनिया के हर इंसान को यह अधिकार है कि वह अपनी दुनिया की खोज स्वंय करे ?
आज के समय में हर व्यक्ति भाग रहा है, एक जगह से दूसरी जगह की तरफ, व्यक्ति शायद खुद को खोज रहा है, क्योंकि उसने स्वयं को खो दिया है। स्वयं के साथ संबंधों को तोड़ लिया है और अब उसे ही खोज रहा है।
हर एक व्यक्ति स्वयं को भूलकर व्यर्थ की दौड़ में भागता चला ही जा रहा है। वह स्वयं को भूल गया है कि आखिर वह है कौन, और वह क्या कर सकता है क्योकि उसको कभी किसी ने ये बताया ही नहीं है कि अपनी दुनिया की खोज कैसे करते है।
एक इंसान अपने लिए क्या-क्या कर सकता है, ये बात तो उसको किसी ने कभी बतायी ही नहीं है, और न ही किसी school, college में ये बातें किसी ने उसको पढ़ाई है।
हम जहाँ पर रह रहे है वहाँ पर असल में हमारी सोच को बढ़ावा नहीं मिलता है बल्कि उसको और भी दबाया जा रहा है,ऐसे माहौल में रहकर एक इंसान अपने लिए क्या कर सकता है, जिसकी वजह से वो, वो कर सके जो कि वो करना चाहता है।
What to Do & What Not To Do | क्या करे & क्या ना करे :-
एक चीज़ जो हमेशा से ही इंसान को passionate बनाती है और वो है सफलता ! successful हर इंसान होना चाहता है लेकिन success की परिभाषा हर एक के लिए अलग होती है किसी के लिए name तो किसी के लिए fame और किसी के लिए money होता है लेकिन बहुत ही कम लोग इन सब को achieve कर पाते है।
उसके पीछे बहुत सी वजह होती है, जो मै आपको बताने जा रहा हूँ तो इसको बताने से पहले मेरे आप से एक request है कि आपको अपने mind को बिल्कुल खाली करके इसको पढ़ना है। ताकि कुछ अंदर जा सके क्योकि जरुरी नहीं है कि जैसा हम आजतक सोचते आये है वैसी ही दुनिया हो।
क्योंकि यह हमारा believe भी हो सकता है, जैसे की सदियों से लोग सुनते आ रहे थे कि सूर्य धरती के गोल गोल घूम रहा है लेकिन रातो रात एक आदमी ने यह खोज निकाला की यह धरती सूर्य के गोल घूमती है जब इतनी बड़ी चीज़ गलत हो सकती है तो हमारे believe क्या है उसके आगे !
मान लो की कोई बीज है क्या हम उसको देख कर के बता सकते है कि वह एक पेड़ बनेगा, लेकिन चाहे कितना भी बड़ा पेड़ हो वो बनता एक बीज से ही है, इसलिए हर बीज पेड़ बन सकता है लेकिन हर बीज पेड़ नहीं बनता है और एक बीज को पेड़ बनने के लिए सबसे जरुरी चीज़ होती है ‘मिटटी ‘ इसके बिना वह बीज पेड़ नहीं बन सकता है।
अपनी सोच को बदलो :-
इस दुनिया में कोई भी इंसान जो कि बहुत ही पढ़ा लिखा है चाहे वह कितना भी समझदार हो, वह आप को देख कर ये नहीं बता सकता कि आप आगे चलकर अपने जीवन में क्या करने वाले हो।
आप की सफलता सिर्फ आप के हाथ में है, जिस तरह उस बीज को पेड़ बनने के लिए मिटटी की जरुरत है, उसी तरह हमको सफल होने के लिए mind की जरुरत है, दिन में पता नहीं हमारे अंदर कितने thoughts आते है, चाहे कितना भी बड़ा इंसान हो वो उन thoughts को रोक नहीं सकता है, लेकिन वह क्या मानता है ये उस पर निर्भर करता है।
इसलिए जो हम मान लेते है वो ही हमारे believe बन जाते है जो हमारे believe बन जाते है वही हम बन जाते है तो सारा खेल मानने का है तो बचपन से ही हमारी thinking जाने अनजाने इस प्रकार की गई है कि हम कुछ अलग सोच ही नहीं सकते है करना तो बहुत दूर की बात है और हम अपना सारा समय सोचने में लगा देते है और वो हमारा comfort zone बन जाता है।
और एक समय ऐसा आता है कि हम चाहते हुए भी उससे बाहर नहीं निकल पाते है तो हमको ऐसा क्या करना चाहिए कि ये situation आये ही ना,अगर एक बीज को बोने के लिए या फिर उसको एक पेड़ बनाने के लिए पहले ही अच्छी मिटटी में बीज को बो दे तो कोई परेशानी नहीं है।
उसी प्रकार हमको अपना career शुरू करने से पहले ही सोचना चाहिए कि इसमें कोई आगे चल कर scope है या फिर मैं ऐसे ही इसमें लग रहा हूँ तो हम देख सकते है कि हमको क्या करना चाहिए और क्या नहीं,ये करके हमारा mind पूरी तरह से clear हो जाता है।
हमको क्या करना चाहिए जो हमारे माता-पिता को हमारे लिए सही लग रहा होता है वो करना चाहिए या फिर जो हमारे लिए सही है वो करना चाहिए अब ये कैसे पता लगे कि हमको क्या करना चाहिए या फिर हमारे लिए क्या सहीं है।
इसके लिए कुछ नया-नया try करना होगा, अलग-अलग जगह से information को collect करना होगा, उसमें से देखना होगा कि क्या ये मेरे लिए सही है,अगर सही है तो वही करना चाहिए।
जब भी हम कुछ नया करने की कोशिश करते है तो शुरू में बहुत problems आती है लेकिन हमको उसको छोड़ना नहीं चाहिए क्योकि एक दिन वही आपका passion बन जायेगा इसलिए जो हमारे लिए सही होता है वो करना चाहिए
जीवन में हमेशा grow करते रहना चाहिए कभी भी रुकना नहीं चाहिए क्योकि अगर यदि हम कुछ सीख़ रहे है तो हम अंदर से grow कर रहे होते है।
So Never Stop Growing, Keep Growing
चीज़ो को देखने का नजरिया बदले :-
जीवन के अनुभवों से जाने-अनजाने में इंसान बहुत कुछ सीखता रहता है, जिससे सोच और नजरिए में बदलाव आना लाजमी है. लेकिन बढ़ती उम्र के साथ इंसान की नजर भी बदलती है।
परिस्थितियों को आप जैसा देखना चाहते हैं बिल्कुल वह वैसी ही दिखाई देगी, जब आप रात को अंधेरे की तरफ देखते हैं, तो वहाँ पर अजीब सी शक्ले बन जाती है, असल में वहाँ पर कुछ नहीं होता है जो होता है वो हमारे mind के अंदर होता है।
इस दुनिया में आप चीजों को या परिस्थितियों को दो तरह से देख सकते हैं अच्छा या बुरा । अब ये आप पर निर्भर करता है कि आप कैसे देखना चाहते हैं । सभी लोग अच्छा ही देखना चाहते हैं तो सवाल यह है कि देखते क्यों नहीं, क्योकि हमारी सोच बहुत ही छोटी होती जा रही है।
नजरिए को बदलने के लिए आपको रोज अभ्यास करना चाहिए ,चीजों को कैसे अच्छे रूप में देखें इसके लिए परिवर्तनशील होना चाहिए, अपने-आप को उस दिशा में आगे लेकर जाना सीखना आना चाहिये।
जब आप बुरी परिस्थितियों को बार-बार अच्छे रूप में देखना शुरु कर देते हैं ,तो उसका हल भी जल्दी निकल आता है और हर बार बुरी परिस्थितियां भी आपको अच्छी लगने लगती है, वहाँ पर सारा खेल नजरिये का है कि आप किस चीज़ को किस तरह से देख रहे होते है।
हमारा नजरिया समय के साथ गलत होता जा रहा है, जिसकी वजह से हम अपने जीवन में कुछ बड़ा नहीं कर पाते है और छोटी-छोटी बातो में ही उलझ कर रह जाते है।
हमको अपने जीवन में अपने नजरिये को बदलने की जरूरत होती है, अगर नजरिया सही हो जाता है तो हमरा जीवन भी सही होता चला जाता है।