” जो मन करे खुल के करो क्योंकि ये दिन दोबारा नही आने वाला “
जन्म से ना तो कोई दोस्त पैदा होता है और ना ही दुश्मन,वह तो हमारे घमंड, ताकत या व्यवहार से बनते है,ज़िंदगी को अगर थोड़ा खुल कर व झुक कर जिया जाए तो जिंदगी बड़ी हसीन व जीवंत बन जाती है।
खुल कर सब जियो जिंदगी
ना दर्द लेकर जियो जिंदगी।।
ना कोई कभी गम करो
ना अपनी आंखें नम करो
छोटी सी है सबकी जिंदगी
अपनी खुशी का दम भरो।
हर व्यक्ति जिंदगी में ऊंचा उठना चाहता है। वह चाहता है कि वह भी एक सफल और बड़ा इंसान बने।परंतु कुछ परिस्थितियां ऐसी हो जाती है कि कुछ लोग निराश हो जाते हैं और अपने आप को दीन-हीन समझ कर निराश होकर बैठ जाते हैं,परंतु कुछ भी असंभव नहीं है। अगर इंसान चाहे तो अपने दृढ़ निश्चय व संकल्प से सब कुछ कर सकता है
जिंदगी क्या है ?
समुद्र के किनारे एक लहर आई और वो लहर एक बच्चे का खिलौना अपने साथ बहा ले गई। बच्चे ने रेत पर अंगुली से लिखा-“समुद्र चोर है।”
उसी समुद्र के दूसरे किनारे पर कुछ मछुआरों ने बहुत सारी मछली पकड़ी। एक मछुआरे ने रेत पर लिखा-“समुद्र मेरा पालनहार है।”एक युवक समुद्र में डूब कर मर गया। उसकी मां ने रेत पर लिखा-“समुद्र हत्यारा है।”
दूसरे किनारे पर एक ग़रीब बूढ़ा, रेत पर टहल रहा था। उसे एक बड़ी सीप में अनमोल मोती मिला। उसने रेत पर लिखा-“समुद्र दानी है।”
अचानक एक बड़ी लहर आई और सारे लिखे को मिटा कर चली गई।लोग समुद्र के बारे में जो भी कहें, लेकिन विशाल समुद्र अपनी लहरों में मस्त रहता है। अपना उफान और शांति वह अपने हिसाब से तय करता है।
अगर विशाल समुद्र बनना है तो किसी के निर्णय पर अपना ध्यान ना दें। जो करना है अपने हिसाब से करें। जो गुज़र गया उसकी चिंता में ना रहें। हार-जीत, खोना-पाना, सुख-दुख इन सबके चलते मन विचलित ना करें।
अगर जिंदगी सुख शांति से ही भरी होती तो आदमी जन्म लेते समय रोता नहीं। जन्म के समय रोना और मरकर रुलाना इसी के बीच के संघर्ष भरे समय को ज़िंदगी कहते हैं।
जिंदगी एक प्यार का नगमा है, मौजों की रवानी है ये जिंदगी बहुत ही छोटी सी है इंसान जीता ऐसे है कि कभी मरेगा ही नहीं और मर ऐसे जाता है जैसे कभी जिया ही ना हो, असली जिंदगी में जो भी पल मिले उसे खुशी से जीना चाहिए किसी भी चीज को कल पर निर्भर नहीं रहने देना चाहिए कि मैं यह काम कल कर लूंगा परसों कर लूंगा, जो भी करना है उसको खुल के आज ही कर लो क्योकि ये दिन दोबारा नहीं आने वाला है।
जिंदगी को खुल कर कैसे जिया जाता है ?
अपने जीवन के लक्ष्य खुद बनाये।
आप अपने लक्ष्य के प्रति कितने प्रतिबद्ध हैं? यह आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है, और इसे प्राप्त करने के लिए आप क्या त्याग करने को तैयार हैं? यदि आप खुद को पूरी तरह से प्रतिबद्ध पाते हैं, तो प्रेरणा का पालन होगा।
जब आप अपने जीवन के लक्ष्य खुद बनाते है तो उसमे आप चाहे सफल हो या फिर असफल हो, दोनों ही स्थिति में आप खुद के लिए खुद ही जिम्मेदार होते है, जो कि life में आगे बढ़ने की एक बहुत बड़ी quality होती है।
अपने काम पर focus रहे, परिणाम पर नहीं।
एक इंसान अपने जीवन में कोई भी कार्य जब करता है तो वो उसके परिणाम के आधार पर ही उसको करता है जिसमे वो बहुत ज्यादा हद तक सफल नहीं हो पाता है क्योकि परिणाम की खोज में आप अपने कार्य में 100% नहीं दे पाते हो।
आपने अगर परिणाम को छोड़ा और अपने काम पर पूरा focus डाल दिया तो आपके सफल होने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और आप उस कार्य को अलग ही level पर कर रहे होते है जहाँ पर कोई सोच भी नहीं रहा होता है।
सफर को मजेदार बनाएं।
यह एक भयानक खेल है! जिस मिनट आप इसे गंभीर बनाते हैं, एक बड़ा मौका है कि यह एक भारी भावनात्मक भार उठाने लगेगा और आप खुद को खो देंगे और फिर इसमें फंस जाएंगे।
अगर आप अपनी पसंद का कोई भी कार्य करते है तो वहाँ पर आपका सफर अपने-आप ही मजेदार होने लग जाता है, आप अपने-आप ही उस काम में पूरी तरह से घुल- मिल जाते है।
स्थिर विचारों से छुटकारा पाएं।
विचार यह समझने के लिए भावनाओं को प्रभावित करते हैं कि आप अपने काम को कैसे देखते हैं। आपके दिमाग में बहुत सारे विचार हैं, और आपके पास हमेशा एक विकल्प होता है कि आप किस पर ध्यान केंद्रित करें: वे जो आपको भावनात्मक रूप से अटकाएंगे (डर, संदेह) या वे जो आपको आगे बढ़ाएंगे (उत्तेजना, प्रयोग करना, कोशिश करना) नई चीजें, अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकलते हुए)।
आपका mind किसी भी स्थिति में एक जगह पर जाकर अटकना नहीं चाहिए, आपको एक बहते हुए पानी की तरह बनना है जो कि हर समय बस बहता ही चला जा रहा होता है।
अपनी कल्पना का प्रयोग करें।
नकारात्मक विचारों से छुटकारा पाने के बाद अगला कदम आपकी कल्पना का उपयोग करना है। जब चीजें अच्छी होती हैं, तो आप सकारात्मक ऊर्जा से भरे होते हैं, और जब आप कठिनाइयों का सामना कर रहे होते हैं, तो आपको और भी अधिक ऊर्जावान होने की आवश्यकता होती है। इसलिए अपनी स्थिति का नाम बदलें।
यदि आप दोहराते रहें तो मुझे अपने काम से नफरत है, अनुमान लगाओ कि कौन से शब्द उन भावनाओं को पैदा करेंगे? यह कल्पना की बात है।
past में जितने ही लोग सफल हुए है उन्होंने कही-न-कही किसी न किसी चीज़ की कल्पना जरूर की थी, जिसकी वजह से वो चीज़ आज उन लोगो के लिए हकीकत बनी।
विचलित होने से छुटकारा।
व्यर्थ की बातें और ध्यान भटकाना, हमेशा आपके रास्ते में ही होगा, विशेष रूप से उन आसान, सामान्य चीजों को जो आप नई चुनौतीपूर्ण और सार्थक परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय करेंगे। जो सबसे महत्वपूर्ण है, उस पर ध्यान केंद्रित करना सीखें।
योजना।
अपने तीन कदम आगे जानिए। आपको अधिक की आवश्यकता नहीं है। अपना साप्ताहिक कैलेंडर भरें, यह देखते हुए कि आप कब और कैसे करेंगे। कब-क्या-कैसे शेड्यूल करना महत्वपूर्ण है। समीक्षा करें कि प्रत्येक दिन आपने क्या सीखा और आप क्या सुधार कर सकते हैं उसे संशोधित किया।
जिंदगी बेहतर बनाने के लिए बस गोल या मकसद का होना जरूरी है,हर गोल को टाईम पिरियड के हिसाब से टारगेट किजिए और उसे हासिल किजिए, टारगेट बार बार हासिल करते करते ओटोमेटिक जिंदगी बेहतरीन बन जाएगी।