Real Life Story, Hindi Story, Hindi Kahani नमस्कार दोस्तों में आज आप सभी के लिए Motivational Success Story in Hindi ले के आयी हूँ । मुझे उम्मीद है ये सब आप की सफलता की राह में मदद करेंगे और आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे । क्योंकी दोस्तों हम सब जानते है कि सफल बनना है तो हम सब को प्रेरणादायी विचारो की जरूरत होगी l जो हम सब में ताकत भरे ।
हमारी आज की यह कहानी (Hindi Kahani ) न सिर्फ आपके दिल को छू लेगी। बल्कि आपके अंदर आपके सपने को लेकर एक नया जोश और जुनून भी पैदा करेगी। अगर आप एक ऐसे इंसान है जो अपनी बदौलत अपने सपने पूरे करना चाहते हैं। तो आपको हमारी यह कहानी जरूर पसंद आएगी। इस कहानी की मुख्य नायिका का नाम तानिया है।
और यह कहानी तानिया की जिंदगी और उसकी सफलता को दर्शाती है। इस कहानी को पढ़ने के बाद आप समझेंगे कि Success के पीछे असली राज क्या है ? इस कहानी को पढ़ने पर आपको अपनी जिंदगी के स्ट्रगल्स जरूर याद आएंगे तो इसे बड़े ही ध्यान से पढ़िएगा।
Success के पीछे का असली राज – भले दुनिया से थोड़ा पीछे रहो लेकिन तैयारी मजबूत हो तो तुम कभी भी आगे निकल सकते हो।
तानिया उटी के एक बहुत बड़े बिजनेसमैन की बेटी थी। बचपन में हुए एक हादसे में तानिया की माँ की मृत्यु के बाद उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। तानिया की सौतेली मां को तानिया बिल्कुल पसंद नहीं थी। लेकिन अमीर परिवार से होने के वजह से तानिया की पढ़ाई भी काफी अच्छी तरह से हुई थी।
स्कूल में दसवीं के बाद तानिया ने कंप्यूटर साइंस लेकर अपनी आगे की पढ़ाई पूरी की और एक बहुत अच्छी कंप्यूटर एक्सपर्ट बन गई। कंप्यूटर एक्सपर्ट बनने के बाद और अच्छे फैमिली बैकग्राउंड होने के वजह से तानिया ने खुद की IT company शुरू की।
सब कुछ सही चल रहा था पर कहते हैं ना खुशियां हमेशा नहीं रहती! तानिया के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ।
पिछले काफी समय से बिजनेस में हो रहे लगातार नुकसान की वजह से तानिया के पिता अचानक एक दिन दिवालिया हो गए इस तरह अचानक से रातों-रात उसकी पूरी दुनिया ही बदल गई।
पर तानिया के पिता ने इस बात का पता अपनी बेटी को नहीं होने दिया। लेकिन रातों रात हुए अरबों के नुक्सान का सदमा वे बर्दाश्त नहीं कर पाए और कुछ ही दिनों में अचानक हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई। अपने पिता की मौत की खबर सुनते ही तानिया अपने पिता से मिलने के लिए तेजी में ऑफिस से घर की तरफ निकली!पर गाडी की स्पीड तेज होने की वजह से अचानक सामने से आ रहे ट्रक से तानिया की गाडी का एक्सिडेंट हो गया! टक्कर के बाद उसे मानो ऐसा लग रहा था जैसे उसके आंखों की रोशनी धीरे-धीरे जा रही हो। और देखते ही देखते तानिया बेहोश हो गई।
लोगों की मदद से उसे तुरंत पास के सरकारी हॉस्पिटल में ले जाया गया! लेकिन एक दिन तानिया की आँख खुली और उसे धीरे धीरे यह एहसास हुआ कि वह हॉस्पिटल में है।तानिया को होश में आते देखकर डॉक्टर ने उससे कहा कि हमने तो तुम्हारे होश में आने की उम्मीद ही खो दी थी। तुम 6 महीने से कोमा में हो।
डॉक्टर के इन बातों को सुनकर तानिया की तो मानो पैरों तले जमीन खिसक गई थी। होश में आने के बाद तानिया तुरंत हॉस्पिटल से बाहर आकर अपने घर जाने लगी। जब वो अपने घर गई तो उसने देखा कि सब कुछ बदल चुका हूं। अब उसकी सौतेली मां उसे घर की मालकिन बन चुकी है और तान्या की कंपनी भी अब उसकी सौतेली मां चला रही है।
तानिया को घर के गेट पर देखकर खुश होने की जगह उसकी सौतेली मां ने उसे धक्के मार कर घर से निकाल दिए और उससे अपना हर रिश्ता तोड़ लिया।
अब ना तो तानिया के पास कोई घर था और ना ही कोई काम। इतनी बड़ी दुनिया में वह खुद को बहुत ही अकेला महसूस कर रही थी। गरीबी ने उसके मुंह पर इतनी जोर का थप्पड़ मारा था कि वह खुद को संभाल नहीं पा रही थी। अपने साथ जो हुआ वह सोचते-सोचते तानिया रास्ते में चलती जा रही थी। उसे अब कुछ समझ नहीं आ रहा था कि उसे आगे करना क्या चाहिए।
रास्ते में चलते चलते तानिया को एक पोस्टर दिखाई दिया। जिसमें एक web designer को अर्जेंट हायर करने advertisement दिया हुआ था। इस advertisement को देखने के बाद तानिया उस एड्रेस पर पहुंच गई और फिर इंटरव्यू देने के बाद एक कंप्यूटर एक्सपर्ट होने के नाते वह सिलेक्ट भी हो गई।
जॉब लगने के बाद तानिया ने एक छोटी सी बस्ती में एक कमरा भाड़े पर ले लिया और वहीं रहने लगी। महल जैसे घर में रहने वाली तानिया अब एक टूटी फूटी बस्ती में एक गंदे से कमरे में रह रही थी। एक्सीडेंट और अपनी सौतेली मां के व्यवहार को देखने के बाद तानिया का आत्मविश्वास काफी कम हो गया था। अब तो तानिया को जिंदगी से कोई उम्मीद भी बाकी नहीं थी।
कई महीने बीत गए और अब तानिया की जिंदगी घर से ऑफिस और ऑफिस से घर तक ही सीमित रह गई थी। तानिया एक दिन अपने ऑफिस में काम कर ही रही थी कि न्यूज़पेपर पर तानिया के सौतेली मां का इंटरव्यू दिखाई दिया। तानिया ने उस न्यूज़ पेपर को हाथ में उठाया ही था कि उसके एक कलीग पीछे से आवाज दी और कहा कि ये औरत तो एक नंबर की झूठी और चालबाज है।
सुना है ये औरत अपने आदमियों के जरिए कई समय से insider trading यानी की कंपनी में घपला कर रही थी। अपने पति के bankrupt होने के पीछे भी कुछ लोग इसका ही हाथ मानते है।
अपने पति के मरने के बाद उसने अपनी सौतेली बेटी को भी पता नहीं कहां गायब कर दिया और उसकी कंपनी को भी हथिया लिया। इतना ही नहीं लोग तो यह भी कहते हैं कि शायद उसके पति के मरने के पीछे भी उसी का हाथ है।
यह सब सुनने के बाद तो तानिया का मुंह खुला का खुला ही रह गया। उसे अब धीरे-धीरे सब कुछ समझ में आ रहा था। उसे यह भी लग रहा था कि उसके पिता की अचानक मौत हार्ट अटैक से नहीं हुई बल्कि उन्हें मारा गया था। यह सोचते सोचते तानिया की आंखें गुस्से से लाल हो गई!
अपने पिता और खुद के साथ हुए नाइंसाफी तानिया अब बर्दाश्त करने वाली नहीं थी। उसने सोच लिया था कि अब वह अपनी सौतेली मां को मजा चखाएगी और उन्हें बर्बाद कर देगी। तानिया उस दिन ऑफिस से जल्दी ही निकल गई और अपने घर आ गई।
घर जाने के बाद तान्या अपने बेड पर लेटे लेटे सभी चीजें सोच रही थी तो उसे एक के बाद एक घटना आँखों के सामने दिखाई दे रही थी। वह यह सोचते सोचते इतनी दुखी हो गई की उसकी आंखों से आंसू बहने लगे। उसने अपने आंसू पौंछे और उठ कर बोली कि अब मैं इतनी अमीर बनूंगी कि देखने वाले तो देखते ही रह जाएंगे और मेरी सौतेली मां भी मुझसे अपने हर किए के माफी मांगेगी।
इन हालातों में तानिया ने खुद को कोडिंग और प्रोग्रामिंग से मानो दूर ही कर लिया था। ऐसा लग रहा था जैसे उसने प्रोग्रामिंग की दुनिया से अपना सारा रिश्ता तोड़ लिया है। लेकिन अब तानिया ने निश्चय कर लिया था कि वह अब फिर से कंप्यूटर एक्सपर्ट की तरह काम करेगी और अपने किस्मत की कहानी खुद अपने हाथों से लिखेंगी।
उसने जॉब करते हुए कुछ पैसे बचाएं थे। उन पैसों से उसने इंस्टॉलमेंट पर एक लैपटॉप खरीदा और साथ ही कोडिंग व प्रोग्रामिंग से जुड़ी कुछ किताबें भी खरीदी। अपने स्किल को फिर से रिकॉल करने के लिए उसने लगातार किताबें पढ़ी और लैपटॉप में कोडिंग की। देखते ही देखते उसने 8 से 9 घंटे के बीच में सारी किताबें पढ़ली। और प्रोग्रामिंग के लेटेस्ट अपडेट के बारे में भी आवश्यक ज्ञान हासिल किया!
सभी चीजें सीखने के बाद तानिया ने मार्केट रिसर्च की और जाना कि आजकल मार्केट में लोगों को शूटिंग गेम का भूत चढ़ा हुआ है। यह रिसर्च करने के बाद तानिया को एक बहुत ही अच्छा आईडिया आया। उसने नौजवान बच्चों के ध्यान में रखते हुए एक ऐसा गेम बनाने का सोचा जो शूटिंग का मजा देने के साथ-साथ बच्चों को एक टीम में गेम खेलने का भी मजा दे सके।
तानिया ने लगातार मेहनत की और दिन रात कोडिंग करती रही। कई दिनों तक मेहनत करने के बाद उसने एक दिन अपना गेम बनाने का काम पूरा कर लिया और एक बहुत ही अच्छा शूटिंग बैटल गेम बनाया। तानिया ने अपने इस गेम का नाम Battle Gunshot रखा।
गेम बनाने के बाद तानिया ने अपनी गेम की डिजाइन उस कंपनी को दिखाया जहां वह काम करती थी। कंपनी को तानिया का काम काफी पसंद आया और उन्होंने उसका साथ देने की सोची । कुछ ही दिन में कंपनी ने तानिया का गेम लॉन्च कर दिया।
तानिया के द्वारा बनाए गए इस गेम को लोगों ने काफी ज्यादा पसंद किया और देखते ही देखते तानिया कुछ ही महीनों में बहुत अमीर हो गई। क्योंकि मार्किट में तानिया का यह गेम के शौकिओं को भा रहा था और उससे रोजाना लाखों रुपए की कमाई हो रही थी। अब वह अपनी मां से कई ज्यादा अमीर थी। तानिया ने अपनी खुद की एक गेमिंग कंपनी खोल ली थी।
साथ ही उसने अपने पिता की मौत की वजह भी ढूंढने के लिए पुलिस की मदद ली, बड़े स्तर पर हुई जांच के कारण सारे सबूत उसके सौतेली मां के खिलाफ थे। उसने अपनी सौतेली मां को जेल भेज दिया। इस तरह तानिया ने खुद को और अपने पिता दोनों को इंसाफ दिलाया। इस प्रकार एक बार फिर से जीवन की पटरी में उसकी गाडी चलने लगी थी!
Moral – इस कहानी (Hindi Kahani ) में हमने देखा कि किस तरह तानिया वक्त की मार से सब कुछ खोज चुकी थी और दुनिया से बहुत पीछे जा चुकी थी। लेकिन अपनी कड़ी मेहनत के वजह से उसने और सब हासिल कर लिया जो उसका था। इसीलिए कहते हैं ना! भले दुनिया से थोड़ा पीछे रहो लेकिन तैयारी मजबूत हो तो तुम कभी भी आगे निकल सकते हो।