नमस्कार दोस्तों, आज हम एक और नये inspirational आर्टिकल के साथ हाज़िर है, आज के इस आर्टिकल के अंदर हम बात करने वाले है,Whatsapp किसने बनाया और Whatsapp की सफलता की कहानी क्या थी
अगर आप इस कहानी की पढ़ते है तो आपके अंदर भी कुछ करने की प्रेरणा जगेगी और अगर आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ते है तो आपकी thinking में बदलाव जरूर आएगा। तो चलिए शुरू करते है। …..
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Whatsapp Success Story In Hindi
Whats app दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला ऐप है। यह तो सभी जानते हैं। लेकिन आपको यह जानने की जरूरत है कि व्हाट्सएप किसने बनाया और व्हाट्सएप को किसने खोजा।
व्हाट्सएप एक ऐसा ऐप है। जिसकी मदद से आप हर महीने हजारों रुपये कमा सकते हैं। गूगल की 2014 की रिपोर्ट के मुताबिक, हर महीने व्हाट्सएप में 60 करोड़ यूजर्स जुड़ते हैं। व्हाट्सएप की मदद से आप आसानी से अपना बिजनेस बढ़ा सकते हैं।
चलिये अब जान लेते हैं जो इतना लोकप्रिय ऐप है ठीक उसकी कहानी क्या है, कैसे व्हाट्सएप का आइडिया आया,किसने व्हाट्सएप को बनाया .. क्या है व्हाट्सएप की सफलता की कहानी ?
सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप को दो दोस्तों ने बनाया था। एक अच्छे परिवार से है और एक गरीब परिवार से। ये एक सामान्य इंसान है जो 2007 से पहले दुनिया में अपना नाम बनाना चाहते थे। और आज ये दुनिया के टॉप अमीरो में शुमार हैं।
अब आपको यह जानने की जरूरत है कि व्हाट्सएप किसने बनाया है।
Whatsapp के संस्थापक और Whatsapp का आविष्कार किसने किया?
व्हाट्सएप बनाना वाले का नाम है ब्रायन एक्टन या जन कौम। आइए इन दोनों के बारे में जान लेते है।
Whatsapp संस्थापक की सफलता की कहानी
ब्रायन एक्टन सेंट्रल फ्लोरिडा में रहते थे। वह विदेश में एक मध्यम वर्ग के व्यक्ति थे। उन्होंने 1994 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन पूरा किया। इस वजह से उनको एपल कंपनी में इंजीनियर की नौकरी मिल गई। एक इंजीनियर के रूप में Yahoo कंपनी से जुड़ें। और इसी तरह से वो अपना जीवन व्यतीत करते हैं।
जन कौम जन्म एक बहुत ही गरीब घर में हुआ। उनका जन्म 1976 में यूक्रेन के एक छोटे से शहर में हुआ था। उनके पिता एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते थे। जान कौम ने एक राज्य विश्वविद्यालय से गणित और कंप्यूटर विज्ञान में डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की, लेकिन उनको एक हैकिंग कंपनी वूवू में नौकरी मिल गई।
दोनो को कंप्यूटर का बहुत शौक था। इसलिए उन्होंने एक कंप्यूटर वाली कंपनी में काम करने का फैसला किया।
जान कौम और ब्रायन एक्टन कैस मिले
ब्रायन एक्टोम और जान कौम की मुलाकात yahoo ऑफिस में हुई थी। ब्रायन एक्टन ने पहली नज़र में महसूस किया कि जान कौम बहुत बुद्धिमान व्यक्ति हैं।
दोनो की मुलाकत दोस्ती में बदल गई। और फिर,दोनों ने yahoo में 10 साल तक साथ काम किया और उसके बाद 2007 में Yahoo को छोड़ दिया।
व्हाट्सएप का आइडिया कैसे या कब आया ?
2009 में, एक फिल्म देखते समय, जान कौम को एक ऐप बनाने का विचार आया और उसने सोचा कि क्यों न कोई ऐसा app बनाया जाये जो मुझे अपने दोस्तों को यह बताने में मदद करेगा कि फिल्म में क्या चल रहा था।
जिस पर कोई चार्ज भी नहीं लगता हो। कौम ने यह विचार एक्टन को बताया। शुरुआत में एक्टन को समझने में दिक्कत हुई। लेकिन उसके बाद हां कह दिया। वो दोनो कोडिंग मास्टर थे।
आखिर में दोनों ने जी-जान लगाकर मेहनत की और व्हाट्सएप को बना डाला।
क्या प्रॉब्लम आई Whats app बनाने में
जैसा कि आप जानते ही होंगे कि किसी भी काम में दिक्कतें आती हैं, ठीक उसी तरह व्हाट्सएप बनाने में भी समस्या आयी थी, अब जान लेते है कि क्या-क्या समस्या आयी थी ।
समस्या 1: ऐप बनकर तैयार था, और दोनों के पास जितने पैसे थे वो लगभग खत्म हो गए थे। अब यदि कोई उपयोगकर्ता व्हाट्सएप पर पंजीकरण करने के लिए अपना नंबर दर्ज करता है, तो उसके बैंक खाते से ओटीपी के लिए शुल्क काट लिया जाता था।
समस्या 2: व्हाट्सएप की सेटिंग पूरी नहीं हुई थी। मेसेज के दौरान कभी मैसेज आता तो कभी नहीं आ पाता था। इस तरह की छोटी-छोटी काफी समस्या आ रही थी, उन दोनों को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि किस तरह से क्या करना है।
इतनी समस्या आने के बाद भी उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी और उसका सामना भी किया। अब देखते है कि उन्होंने समस्या का सामना कैसे किया था ?
मुश्किल का सामना
दोनो ने कुछ महीने और व्हाट्सएप को बनाने में काम किया। काम करते करते दोनो का बैंक खाता खाली हो गया। अब दोनो को नौकरी की तलाश थी।
कौम और एक्टन जॉब की तलाश में फेसबुक और ट्विटर के हेड क्वार्टर गए। पर दोनो वो वहाँ पर असफलता मिली। व्हाट्सएप के काम को पूरा करने के लिए अभी बहुत पैसे की जरूरत थी। क्योकि ऐप को बनाने का आधा काम ही अभी हुआ था। पर दोनो ने हार नहीं मानी।
एक्टन ने सोचा की क्यू ना दोस्तो की मदद ली जाए। तब ही एक्टन ने याहू में काम कर रहे अपने दोस्तों को अपने प्रॉजेक्ट के बारे ने बताया। और उसके सब दोस्त उनकी मदद के लिए राजी हो गए, सबने मिल कर $2500.00 कलेक्ट करें। और फिर से व्हाट्सएप पर काम करना शुरू कर दिया, और धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगे।
व्हाट्सएप को 2010 में पूरा किया गया था, और इसको इस तरह से design किया गया था कि ये सबसे तेज मैसेजिंग सेवा प्रदान करने वाले ऐप में से एक था
2010 से 2014 तक व्हाट्सएप एक अविश्वसनीय रूप बन गया था। 2014 में, व्हाट्सएप के मासिक उपयोगकर्ता 60 करोड़ से अधिक हो गए थे।
Whats app के इस समय सबसे ज्यादा एक्टिव यूजर है। व्हाट्सएप चीन और जापान के लाइन ऐप को पीछे छोड़ नंबर 1 app बन गया था, वर्तमान में, भारत में व्हाट्सएप के 10 करोड़ से अधिक दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं।
Whats app ने सफलता का मुकाम हासिल कर लिया था और 2014 ने उसको फेसबुक को बेच दिया गया था, आइये जानते है कि उसको कैसे बेचा गया था।
Whats app को कहा बेचा
व्हाट्सएप के इस तरीके से देखकर फेसबुक के फाउंडर ने व्हाट्सएप को खरीदने और डील करने का फैसला किया है। और 19 बिलियन डॉलर में फेसबुक ने व्हाट्सएप को खरीदा।
फोर्ब्स की 2016 की रिपोर्ट के मुताबिक, जान कौम अब दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लोगों की सूची में 50वें नंबर पर हैं। उनकी कुल संपत्ति 8.3 बिलियन डॉलर है। जो 2014 में 6.8 बिलियन डॉलर थी।
दोस्तों, आज हमने Whats app की सफलता के बारे में बात की, कि किस तरह से ये जीरो से एक बिलियन डॉलर की कंपनी बन पायी, आशा करते है कि आपको हमारा ये आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा, तो इसको अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे। धन्यवाद